Thursday, September 19, 2024

प्रेरणा

3 सितम्बर/बलिदान-दिवस बाल बलिदानी कुमारी मैना

1857 के स्वाधीनता संग्राम में प्रारम्भ में तो भारतीय पक्ष की जीत हुई; पर फिर अंग्रेजों का पलड़ा भारी होने लगा। भारतीय सेनानियों का नेतृत्व नाना साहब पेशवा कर रहे थे। उन्होंने अपने सहयोगियों के आग्रह पर बिठूर का महल छोड़ने का निर्णय कर लिया। उनकी योजना थी कि किसी सुरक्षित स्थान पर जाकर फिर […]

कविता

मैं हिन्दी हिंदुस्तान की ———————————————————— मैं हिन्दी हिंदुस्तान की, तुम मेरा भी सम्मान करो। मैं हर दिल की आवाज हूँ , कुछ मेरा भी ख्याल करो।। मैं हिन्दी हिंदुस्तान की—————————–।। मैं भी जन्मी हूँ भारत में, मैं भी तो भारतवासी हूँ। नहीं मुझको पराया तुम बोलो, मैं यहाँ की मूलनिवासी हूँ।। इस माटी की पहचान […]

अनुमति ..

स्मिता बहुत देर से कमरे में बैठी दीवार की तरफ़ एकटक देख रही थी! मानो जैसे दीवार मे कोई चल चित्र देख रही होI स्मृतियों के चित्र दीवार पर आते और निकलते जा,,, रहे थेI आठ साल पहले कितने शौक से उसके माता पिता ने उसका विवाह नीरज से किया था Iअपने संयुक्त  परिवार में […]

मंगल विमर्श

मंगल विमर्श अंक जनवरी-मार्च (2024)

मेघों की तुम मेघा रानी-गुरुदीन वर्मा

(शेर)- जैसे जल को तरसे मछली, वैसे मेघ को तरसे धरती। मेघ बिना नहीं मिलता पानी, मेघ बिना यह बंजर धरती।।——————————————————-मेघों की तुम मेघा रानी, मेघ तुम बरसाओ।करके वर्षा मेघों की, धरती की प्यास मिटाओ।। मेघों की तुम मेघा रानी———————–।। किसको जरूरत नहीं जल की, यह जल भी मिलता है तुमसे।तुम ही करती यह हरियाली, […]

शर्त सारी मान बैठे

शर्त सारी मान बैठे शर्त सारी मान बैठे जिंदगी तेरे लिए।क्यों दवा तू बन सकी ना ग़म भुलाने के लिए।। जाल बुनती है सलौना क्यों दिखाती है सपन।क्यों सताती क्यों लुभाती क्यों बढ़ाती है तपन।भाव दिन दूना बढाती भाव पाने के लिए। शर्त सारी मान बैठे जिंदगी तेरे लिए।। हार पहने इंद्रधनुषी साज़ झिलमिल सुर […]