भारत भारतीयों का या घुुसपैठियों का? (वर्तमान सन्दर्भ) डॉ विनोद बब्बर (सम्पादक राष्ट्र किंकर)

भारत भारतीयों का या घुुसपैठियों का? आज अगर यक्ष ने युधिष्ठिर से पूछे, ‘वर्तमान का सबसे बड़ा आश्चर्य क्या है?’ तो युधिष्ठिर का उत्तर होगा, ‘कोई एक आश्चर्य हो तो कहूं। यहां तो एक से बढ़कर एक आश्चर्य हैं। अपने सीमित संसाधनों वाले घर में घुुसे लोगों को निकाल बाहर करने की बजाय कुछ भारतीय […]

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करोना -करो ना (डॉ रीता जयहिंद)

बन्द करो करोना का रोना बनो सनातन कुछ ना होना तन- मन- जीवन हिन्दू हो तो सदा स्वस्थ कोई रोग ना होना करना है तो करो नमस्ते शेक हैंड मत “करोना” खाना में शाकाहार करो, मांसाहार मत “करोना” रोज करो तुलसी का सेवन, धूम्रपान मत “करोना” नीम गिलोय का घूंट भरो मदिरा पान मत “करोना” […]

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बाल गीत -प्यारी साइकिल (डॉ शंकर शर्मा ‘अचूक’)

कितनी प्यारी-प्यारी साइकिल, लगती सबसे न्यारी साइकिल। कहते बाइसिकल भी इसको, पड़े जरूरत जब भी जिसको। मिल सब करें सवारी साइकिल, कितनी प्यारी-प्यारी साइकिल। ऊँचा नीचा पग पथरीला, छोटा अथवा बड़ा कबीला। बोझा से नहीं हारी साइकिल, कितनी प्यारी-प्यारी साइकिल। कई तरह के रूप बनाती, गरमी बरसा धूप सुहाती। तेरी और हमारी साइकिल, कितनी प्यारी-प्यारी […]

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