भारतीय सांस्कृतिक परम्परा में शाश्वत जीवन मूल्य : डॉ० बजरंग लाल गुप्ता

जीवन मूल्य का आधार होती है जीवन दृष्टि और फिर जीवन मूल्यों से बनते हैं जीवनादर्श । इस प्रकार जीवन दृष्टि, जीवन मूल्य और जीवनादर्श अन्योन्याश्रित हैं और एक अर्थ में परस्पर अंतर्भूत भी हैं । इस प्रकार कई बार इनके बीच कोई कठोर स्पष्ट विभाजक रेखा खींचना भी कठिन हो जाता है । अथवा […]

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चीनी वायरस भारत के लिए संकट व चुनौती कम और अवसर ज्यादा(25 अप्रैल – स्वदेशी संकल्प दिवस पर विशेष) डॉ अश्वनी महाजन

हाल ही में चीन के सांख्यिकी विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार चीन की अर्थव्यवस्था पिछले वर्ष की तुलना में 2020 वर्ष की पहली तिमाही के दौरान 8।1 प्रतिशत सिकुड़ गई है। पिछले तीन दशकों में यह गिरावट पहली बार देखी गई है। एक तरफ चीन के कोरोना महामारी की मार के कारण उसको अपने […]

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