सोने की चिड़िया वाले देश का असली राजा कौन ?-सुनीता बुग्गा (संकलनकर्ता)

बड़े ही शर्म की बात है कि #महाराज_विक्रमादित्य के बारे में देश को लगभग शून्य बराबर ज्ञान है, जिन्होंने भारत को सोने की चिड़िया बनाया था, और स्वर्णिम काल लाया था । ★उज्जैन के राजा थे गन्धर्वसैन , जिनके तीन संताने थी , सबसे बड़ी लड़की थी मैनावती , उससे छोटा लड़का भृतहरि और सबसे […]

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कुतुबुद्दीन ऐबक, और विष्णु स्तंभ (क़ुतुबमीनार) का सच जो हम लोगों से छुपाया गया-सुरेश चव्हाणके (प्रधान सम्पादक सुदर्शन चैनल

किसी भी देश पर शासन करना है तो उस देश के लोगों का ऐसा ब्रेनवाश कर दो कि वो अपने देश, अपनी संसकृति और अपने पूर्वजों पर गर्व करना छोड़ दें । इस्लामी हमलावरों और उनके बाद अंग्रेजों ने भी भारत में यही किया. हम अपने पूर्वजों पर गर्व करना भूलकर उन अत्याचारियों को महान […]

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मंच वर्सेस शाहित्य-डॉ कीर्ति काले

————————जरूरत से ज्यादा छप चुकने के बाद भी श्रोताओं की तालियाँ और वाहवाही सुनने का चाव इतना बलिष्ठ है कि माने या ना माने लेकिन किसी हद तक ये प्रत्येक छपने वाले कवि का भी अभीष्ट है।मंचीय कवियों को देखते ही नाक भौंह सिकोड़ने वाले छपाऊ कवि ने मानदेय का लिफाफा दोगुना करके आयोजन समिति […]

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एक विचार

2019 की दिसम्बर की 12 ता थी हम अपनी गुजरात की यात्रा पर थे दिल्ली से 2 लोग राजधानी में 1st ऐसी का कूपे । वैसे सब कुछ व्यवस्थित ढंग से था सब कुछ यथा योग्य।फिर ट्रैन अटेंडेंट महोदय का आगमन हुआ और उन्होंने नम्रता पूर्वक मुस्कुराते हुए कहा कि 2 महिलाएं कुछ एडजस्टमेंट की […]

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संघर्ष -सुधीर शर्मा

एक बार एक किसान भगवान् से बड़ा नाराज हो गया। कभी बाढ़ आ जाये, कभी सूखा पड़ जाए, कभी धूप बहुत तेज हो जाए तो कभी ओले पड़ जायें। हर बार कुछ ना कुछ कारण से उसकी फसल थोड़ी खराब हो जाती थी। एक दिन बड़ा तंग आ कर उसने भगवान् से कहा, “देखिये प्रभु […]

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लघुकथा _हरी सब्जी ( पर्यूषण पर्व पर)

“यह क्या है ?रोज रोज यह बड़िया ,गट्टे ,सुखी फलियां, पापड़ की सब्जी …,”“क्यूं नही ,आलू प्याज खा सकते ? क्यूं नही ? फ्रूट्स ,हरी सब्जियां ला सकते ? मुझसे नही खाई जाती यह सुखी सब्जियाँ ,..”गुस्से में टेबल पर प्लेट सरका रोहित भुनभुनाता अपने कमरे में चल गया। “पर्युषण पर्व में आठ दिन हरियाली […]

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केरल से अनामिका अनु की कविताएँ

पापा के बाद कुछ बेहद जरूरी काम पापा निपटाते थे जब थककर आते थे माँ पानी का गिलास पकड़ाती थी पाप की सारी थकान दूर हो जाती थी पापा नहीं रहे वे जरूरी काम अब माँ निपटाती है थककर आती है कोई पानी का गिलास नहीं थमाता माँ की थकान जमा हो रही है पहले […]

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अयोध्या विशेश संस्मरण :Jagad Guru Shankaracharya Swami Shree Nishchalanand Saraswati ji ..संदेश श्रीहरिःश्रीगणेशाय नमःमानवाधिकार की सीमा में श्रीरामजन्मभूमि को पुन: प्राप्त करने का पूर्ण अधिकार lध्यान रहे कि कोई भी देश कितने ही वर्षोंतक परतंत्र क्यों न रहा हो, उसे मानवाधिकार की सीमामें स्वतंत्रता का पूर्ण अधिकार प्राप्त रहता है । साथ ही परतंत्रताकी अवधिमें […]

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महान संगीतज्ञ पंडित जसराज के अनकहे पन्नें….धर्मेंद्र कंवारी रोहतक

पंडित जसराज पाकिस्तान की अमानत हो जाते अगर बहन रामप्यारी विश्नोई उन्हें भारत में नहीं रोकती? बंटवारे के समय जसराज (Pandit Jasraj) अपने परिवार के साथ पाकिस्तान जाने के लिए निकले थे लेकिन रास्ते में उन्हें अपने मामा के गांव की एक बहन मिली और इस तरह उनका पूरा जीवन ही बदल गया। यहीं ये […]

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