रोचक संस्मरण मेरी पहली विदेश यात्रा-डॉ कीर्ति काले बात तब की है जब मैं पाँचवी या छठी कक्षा में रही हूँगी। छुट्टियों में आई (माँ)के साथ हम तीनों बहनें मामाजी के घर कुछ दिन रहने गयी हुईं थीं। मामाजी के घर रहना मुझे बहुत अच्छा लगता था।नानी जी,मौसी, और मामा तीनों ही खूब लाड़ लड़ाते […]

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सबसे कम उम्र के क्रांतिकारी….

18 वर्ष 7 माह 10 दिन की आयु वाले कैदी से जेलर ने पूंछा कि तुम्हारी कोई अंतिम इच्छा ?कैदी ने कहा मैं आम खाना चाहता हूं । जेलर ने उसके लिये आम का प्रबन्ध कर दिया। लेकिन अगले दिन जब जेलर उसे फ़ांसी पर चढाने के लिये लेने उसकी कोठरी में पहुंचा तो आम […]

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3 सितम्बर/बलिदान-दिवस बाल बलिदानी कुमारी मैना

1857 के स्वाधीनता संग्राम में प्रारम्भ में तो भारतीय पक्ष की जीत हुई; पर फिर अंग्रेजों का पलड़ा भारी होने लगा। भारतीय सेनानियों का नेतृत्व नाना साहब पेशवा कर रहे थे। उन्होंने अपने सहयोगियों के आग्रह पर बिठूर का महल छोड़ने का निर्णय कर लिया। उनकी योजना थी कि किसी सुरक्षित स्थान पर जाकर फिर […]

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मेला-रामबाबू शुक्ला

आज मेला था, बच्चे खुश थे,भोर होते ही शुरू हो गई थी आपस में चर्चा,इस बात की, कि हमें ये खिलौना मेले से लाना है।गटकू के बच्चे भी मेले को लेकर उल्लासित थे कि आज मेला है।हम भी बापू के साथ मेला जाएँगे।कुछ देर तक घर से बाहर और बाहर से अंदर,जा जाकर, गटकू के […]

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आज का वेद मंत्र

शब्दार्थ : जिनकी आंख हर मानव की भलाई पर लगी हुई है । बिना निमेष के पलक झपकने के बिना मानव की भलाई पर टकटकी लगाए हैं । एसे जो पूजा के योग्य की महान विद्वान लोग है वे अमरता को प्राप्त करते हैं । प्रकाश पथ में रमण करने वाले अहिंसनीय मायावाले पाप रहित […]

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सत्यमेव जयते को अभेद्य अजेय समझना Narrative Building: अर्थ और महत्व-सुधीर शर्मा

एक गाँव में एक व्यापारी और एक कुम्हार था.कुम्हार ने व्यापारी से कहा, मैं तो बर्तन बनाता हूँ,पर गरीब हूँ… तुम्हारी कौन सी रुपये बनाने कीमशीन है जो तुम इतने अमीर हो? व्यापारी ने कहा – तुम भी अपने चाक परमिट्टी से रुपये बना सकते हो. कुम्हार बोला – मिट्टी से मिट्टी के रुपयेही बनेंगे […]

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