जयशंकर प्रसाद के साहित्य में राष्ट्रीय चेतना को प्रभावित करने वाले कारक
आधुनिक हिन्दी साहित्य का प्रारंभ भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन के साथ ही होता है| जैसे जैसे देश के लोगों में राष्ट्रीयता का विकास होता है ठीक वैसे वैसे हिंदी साहित्य का विकास आरंभ होता है । जिस प्रकार भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के प्रणेता राजा राम मोहन राय हैं,वैसे ही हिंदी साहित्य के प्रणेता भारतेंदु हरिश्चंद्र जी […]
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